मेरी भी फ़ाइल अटकी हुई और मेरा ईमान भी ग्लानि से भरता जा रहा है। मेरी भी फ़ाइल अटकी हुई और मेरा ईमान भी ग्लानि से भरता जा रहा है।
भगवान ने इस अनकहे सच को इस रूप में उसके सामने ला खड़ा किया। भगवान ने इस अनकहे सच को इस रूप में उसके सामने ला खड़ा किया।
अब उसका फ़िल्मी सपना टूट चुका था .....उसके माँ-बाप के सपने भी......! अब उसका फ़िल्मी सपना टूट चुका था .....उसके माँ-बाप के सपने भी......!
मीनाक्षी को ऐसा लग रहा था जैसे मुखर्जी साहब उसको सज़ा सुना रहे है मीनाक्षी को ऐसा लग रहा था जैसे मुखर्जी साहब उसको सज़ा सुना रहे है
क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है। क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है।
आपने जो संकल्प लिया है उसे पुरी तरह से निभाना चाहिए... ईमानदारी की इससे अच्छी व्याख्या और क्या हो सक... आपने जो संकल्प लिया है उसे पुरी तरह से निभाना चाहिए... ईमानदारी की इससे अच्छी व्...